स्ट्रॉबेरी की खेती से लाखों कमाने का मौका, सरकार दे रही ₹3.36 लाख, फटाफट उठाएं फायदा
Written By: संजीत कुमार
Tue, Sep 10, 2024 07:00 AM IST
Strawberry Farming: किसानों को परंपरागत फसलों की खेती के अलावा फल, फूल और सब्जियों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि उनकी आमदनी बढ़े. इसी उद्देश्य से बिहार सरकार की ओर से स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) के क्षेत्र विस्तार के लिए स्ट्रॉबेरी विकास योजना (Strawberry Vikas Yojana) चलाई जा रही है. स्ट्रॉबेरी विकास योजना का उद्देश्य रकवा बढ़ाकर उत्पादन और उत्पादकता में बढ़ोतरी करते हुए कृषकों की आमदनी बढ़ाना है.
1/7
कितनी मिलेगी सब्सिडी
2/7
जरूरी बातें
बिहार सरकार उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग के मुताबिक, स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी 40% अनुदान यानी 3,36,000 रुपये प्रति हेक्टेयर. स्ट्रॉबेरी के पैकेजिंग के लिए कूट का डब्बा 40% सब्सिडी यानी 4.40 रुपये प्रति बॉक्स और स्ट्रॉबेरी के पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक का छोटा डब्बा 40% यानी सब्सिडी 1.00 रुपये प्रति बॉक्स मिलेगा.
TRENDING NOW
3/7
कैसे करें खेती
इसकी खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ-साथ उचित जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी, जिसका पी.एच मान 5.5-7 हो, बेहतर माना जाता है. स्ट्रॉबेरी (Strawberry) उत्पादन के लिए प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद 10-15 टन के साथ-साथ नाइट्रोजन 75-100 किग्रा, फॉस्फोरस 40-120 किग्रा व पोटाश 40-50 किग्रा का इस्तमाल किया जा सकता है.
4/7
स्ट्रॉबेरी की किस्में
5/7
जरूरी डॉक्यूमेंट्स
स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत होगी. जैसे- किसान का आधार कार्ड, स्थाई निवास प्रमाण-पत्र, लाभार्थी के पास सिंचाई के साधन के दस्तावेज, मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक, बैंकपास बुक की कॉपी, आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो, जमीन के कागजातों में किसान का भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र/ दो वर्ष पूर्व से राजस्व रसाद/ ऑनलाइन रसीद/ वंशावली के आधार पर विधि मान्य भू-स्वामित्व प्रमाण- पत्र में से कोई एक दस्तावेज.
6/7